बीएसएफ 01 दिसंबर को अपना 58वां स्थापना दिवस मनाया

 बीएसएफ 01 दिसंबर को अपना 58वां स्थापना दिवस मनाया

सीमा सुरक्षा बल (BSF) 01 दिसंबर 2022 को अपना 58वां स्थापना दिवस मना रहा है। भारत-पाक और भारत-चीन युद्धों के बाद भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उससे जुड़े मामलों के लिए एक एकीकृत केंद्रीय एजेंसी के रूप में 1 दिसंबर 1965 को बीएसएफ का गठन किया गया था। यह भारत संघ के पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है और दुनिया की सबसे बड़ी सीमा सुरक्षा बल के रूप में खड़ा है। BSF को भारतीय क्षेत्रों की रक्षा की पहली पंक्ति कहा गया है। BSF का आदर्श वाक्य “जीवंत पर्यंत कर्तव्य” है। BSF का वार्षिक बजट लगभग 17,118 करोड़ रुपये है।

सीमा सुरक्षा बल (BSF)

सीमा सुरक्षा बल (BSF) भारत की सीमाओं की सुरक्षा करती है, इसे भारतीय क्षेत्र की सीमा सुरक्षा की पहली पंक्ति भी कहा जाता है। यह पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमा की सुरक्षा करता है। BSF का उद्देश्य देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। इस निर्माण कई राज्य सशस्त्र पुलिस बटालियन के विलय से किया गया था। यह देश की पांच केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, इनका नियंत्रण केन्द्रीय गृह मंत्रालय के पास है।

 

इसका प्रमुख कार्य शांति काल में देश की सीमाओं की सुरक्षा करना है। BSF विश्व का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है। इसमें 186 बटालियन हैं, इसमें 2,57,363 कर्मचारियों की स्वीकृत संख्या है। इसमें एयर विंग, मरीन विंग, आर्टिलरी रेजिमेंट तथा कमांडो यूनिट भी शामिल हैं। BSF को भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा में भारतीय सेना के साथ तैनात किया जाता है। यह नक्सल विरोधी ऑपरेशन में भी कार्य करता है।